The Killer Call Girl
It is very rare to hear that a call girl turns into a murderer, people know that a call girl is called to satisfy the physical desires, what if the same call girl, being a beautiful girl, commits murder, then it becomes very horrifying, people will be shocked to hear that a call girl can be a serial killer, today’s story is based on a true incident, in fact this story is a bit old.
This is in the year 2007, Sakshi, a call girl living in Delhi, shot dead 7 people who came to her, one after the other, who were her own customers.
When call girl Sakshi became killer call girl
कॉल गर्ल साक्षी का जन्म कब से करीब सन 1982 में हुआ था, साक्षी जब मां के गर्भ में थी तभी उसके माता पिता संबंधों में खटास के चलते अलग हो गए, साक्षी जब चार साल की थी तब उसे उसके भाई के साथ दादा-दादी ने उसका पालन-पोषण किया, जैसे तैसे हाईस्कूल तक की पढ़ाई की।
स्कूल के दोस्तों ने एक दिन उसे गैंगरेप का शिकार बना डाला, तो उसने स्कूल ही छोड़ दिया। स्कूली छात्रों द्वारा 14 साल की उम्र में अंजाम दी गई उस गैंगरेप की घटना से पहले भी छह साल की उम्र में साक्षी यौन-हिंसा का शिकार हो चुकी थी।
When call girl Sakshi became killer call girl
कॉल गर्ल साक्षी के साथ यह सब होने के बाद समाज ने उसे अपनाने से मना कर दिया। अब अकेले साक्षी के पास जिंदगी जीने के लिए कोई सहारा नहीं बचा था, उसके बाद फिर किसी के बहकावे में आकर उसने वेश्यावृत्ति का रास्ता चुन लिया, वह दिल्ली के बड़े मशहूर रेड लाइट एरिया की एक खूबसूरत कॉल गर्ल बन गई, एक दिन साक्षी की गैर मंजूरी से ग्राहक की बुकिंग पर उसे ग्राहक के पास भेज दिया गया।
और उसे दिन साक्षी का किसी ग्राहक के पास जाने का मन नहीं था, फिर भी उसे जबरन भेजा गया, जब साक्षी अपने ग्राहक के पास पहुंची तो फिर ग्राहक ने अपने कुछ दोस्तों को भी बुला लिया जबकि साक्षी के साथ एक ही ग्राहक के साथ सौदा हुआ था परंतु से ग्राहक ने ही अपने कुछ दोस्तों को बुला लिया और साक्षी के साथ जबरदस्ती करने लगे। जब कॉल गर्ल साक्षी के पास वहां से बचने का कोई उपाय न मिला तो फिर हाथापाई में इस ग्राहक का पिस्टल साक्षी के हाथ लग गया और इसी पिस्टल से उसने उस ग्राहक के साथ ग्राहक के छह दोस्तों को मौत के घाट उतार दिया।
When the killer call girl got bored with life
After this incident with Sakshi, the Delhi court sentenced her to life imprisonment. In 2007, while in jail, Sakshi told a magazine that she no longer wanted to live. That is why she started withdrawing all the appeals she had sent earlier to the courts to save her life. Now she was tired of life.